कहानी किसे कहते हैं? कहानी की परिभाषा और कहानी लेखन के 6 तत्व
कहानी किसे कहते हैं?
हमारी कहानी या किस्सा उस समय से शुरू होता है जब मनुष्य ने अपनी ज़िंदगी को संबोधित करने के लिए शब्दों का इस्तेमाल किया। कहानी एक प्राचीन और सबसे महत्वपूर्ण धारणा है जो हमारे समाज में व्याप्त है। लेकिन क्या है कहानी? क्यों हम सभी कहानियों को पसंद करते हैं? इस लेख में, हम इस प्रश्न का उत्तर खोजेंगे और उसे विश्लेषण करेंगे।
कहानी का महत्व
कहानी एक महत्वपूर्ण भाग है जो हर समाज और सभ्यता में मौजूद है। यह हमें विभिन्न मानवीय अनुभवों, भावनाओं और सिख देता है। एक अच्छी कहानी हमें संदेशों को समझने में मदद करती है और हमें नए दृष्टिकोण देती है।
कहानी का अर्थ
कहानी का अर्थ है एक संवाद जो किसी व्यक्ति, समूह या संगठन के अनुभवों या घटनाओं को बताता है। इसमें किसी प्रकार का सन्देश, सीख या मोरल हो सकता है।
कहानी की प्रकृति
कहानी की प्रकृति विविध होती है और इसमें विभिन्न प्रकार की कहानियाँ हो सकती हैं। यह किसी व्यक्ति के जीवन की एक घटना, किसी महत्वपूर्ण घटना, या फिर किसी ख्याल की कल्पना हो सकती है।
कहानी कहानी क्यों महत्वपूर्ण है?
कहानी के महत्व को समझने के लिए हमें सिर्फ इसे मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि यह हमें सीखने और समझने का एक माध्यम प्रदान करता है। अच्छी कहानियाँ हमें नये दृष्टिकोण और अनुभव प्रदान करती हैं, जिससे हमारा मानसिक विकास होता है।
कुछ महान लेखको द्वारा कहानी किसे कहते हैं?
कहानी किसे कहते हैं, यह एक बहुत ही रोचक और महत्वपूर्ण प्रश्न है। कुछ महान लेखकों ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किए हैं और कहानी को अलग-अलग तरीकों से परिभाषित किया है। यहां कुछ महान लेखकों द्वारा कहानी की परिभाषा है:
विलियम फॉर्स्टर (William Forster): विलियम फॉर्स्टर ने कहा, "कहानी एक ब्रिज होती है जो एक व्यक्ति को उसकी धार्मिकता, सोच, और भावनाओं की ओर ले जाती है।"
एर्नेस्ट हेमिंगवे (Ernest Hemingway): एर्नेस्ट हेमिंगवे ने कहा, "कहानी उसी तरह की बारीकी से लिखी जानी चाहिए, जैसे कि तुम्हारी छोटी सी टाइपराइटर में एक जानकारी नजर आए जिसको सब पढ़ें और जिसका कोई अर्थ हो।"
रॉबर्ट लुइस स्टीवेंसन (Robert Louis Stevenson): रॉबर्ट लुइस स्टीवेंसन ने कहा, "कहानी एक विचित्र यात्रा है, जो हमें अपने अन्दर के सभी राज और संवेदनाओं का सामना कराती है।"
एलन पो (Edgar Allan Poe): एलन पो ने कहा, "कहानी वास्तविकता का एक स्वप्न होती है, जिसमें वास्तविकता का भ्रम होता है और स्वप्न की वास्तविकता होती है।"
ये महान लेखक नहीं सिर्फ कहानी को परिभाषित किया हैं, बल्कि उन्होंने इसे एक अलग-अलग रूप में समझाया है और हमें उसके महत्व को समझाने के लिए प्रेरित किया है।
कहानी लेखन के तत्व
कहानी के कुछ विशेष तत्व होते हैं जो कहानी में रस भरते हैं। कहानी लेखन के 6 तत्व निम्नलिखित हैं-
- कथावस्तु
- चरित्र-चित्रण
- कथोपकथन
- देशकाल
- भाषा-शैली
- उद्देश्य
कहानी लेखन के तत्व निम्नलिखित हैं:
कथावस्तु:
कहानी का मुख्य विषय या कथावस्तु होता है, जो कहानी की मूल घटना को प्रकट करता है। यह विषय कहानी के संवेष्टन और संघर्ष को समझाने में मदद करता है।
चरित्र-चित्रण:
कहानी में पात्रों के विवरण और व्यक्तित्व का चित्रण करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह पाठकों को पात्रों से जुड़ने में मदद करता है।
कथोपकथन:
कहानी में कथा का विकास और संघर्ष के माध्यम से कथोपकथन किया जाता है। इससे पाठकों को कहानी में रुचि बनी रहती है।
देशकाल:
कहानी के परिसर और काल का विवरण भी महत्वपूर्ण होता है। यह पाठकों को कहानी के माहौल में ले जाता है और उन्हें समय-स्थान की अनुभूति कराता है।
भाषा-शैली:
कहानी की भाषा और शैली उसकी विशेषता होती है, जो पाठकों को प्रभावित करती है। एक उत्कृष्ट भाषा और शैली पाठकों को कहानी में खींचती है और उन्हें अपनी दुनिया में डूबने में मदद करती है।
उद्देश्य:
हर कहानी का एक उद्देश्य होता है, जैसे कि मनोरंजन, सिखाने का प्रयास, या समाज को बदलने का संदेश देना। यह उद्देश्य कहानी के लेखक द्वारा स्पष्ट किया जाता है।
समाप्ति
इस लेख में हमने देखा कि कहानी किसे कहते हैं और उसका क्या महत्व है। कहानी एक माध्यम है जो हमें मनोरंजन नहीं ही, बल्कि सिखाई और समझाई के लिए भी प्रयोग होता है। एक अच्छी कहानी हमें नए विचारों की ओर ले जाती है और हमें अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करती है। इसलिए, हमें हर दिन एक अच्छी कहानी का साथ जरूरी है।