Hindi Story Telling Competition For Class 4 के लिए हिंदी में नैतिक कहानियाँ

Namaskar dosto! Aaj hum ek bahut hi rochak aur mahatvapurna vishay par baat karne ja rahe hain - Hindi Story Telling Competition For Class 4 ke bacchon ke liye. Yeh pratiyogita bacchon ko kahani sunane aur sunne ki kala mein unki ruchi ko badhane ka ek shandar avasar pradan karti hai. Is blog post mein hum aapko is pratiyogita ke bare mein saari mahatvapurna jaankariyan pradan karenge aur saath hi kuch pratinidhi pustaken bhi bataenge, jo is vishay par sahayak ho sakti hain. Chaliye shuru karte hain!

Hindi Story Telling Competition For Class 4 कक्षा 4 के लिए हिंदी में नैतिक कहानियाँ
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आज हम जानेगे Moral Stories In Hindi For Class 4| Class 4 Hindi Moral Stories | कक्षा 4 के लिए नैतिक कहानियाँ | Moral Stories For Kids In Hindi Class 4 | Hindi Story Telling Competition For Class 4

Overview of Hindi Storytelling Competition for Class 4:


Hindi kahani sunane ki pratiyogita ek aise avasar hai jahan bacche apne manch par kahaniyaan sunate hain aur unka talent saamne aata hai. Yeh pratiyogita not only entertains but also educates. Bacchon ko kahani sunane se unki vyaktitva vikasit hoti hai aur unmein ek umda communicator ka gun viksit hota hai.


अब आप नीचे दिए Moral Stories In Hindi For Class 4 जो ये सभी कहानियां आपकी Class 4 Hindi Moral Stories In Hindi के सभी बोर्ड पेपर से ली गयी है Best Hindi Moral Stories For Class 4 है –

Hindi Story Telling Competition For Class 4 कक्षा 4 के लिए हिंदी में नैतिक कहानियाँ


1. सच्चाई का परीक्षण:

सच्चाई का परीक्षण


एक समय की बात है, एक गाँव में एक बच्चे के पास एक अनमोल मोती था। उसने सोचा कि क्यों ना मैं इस मोती को बेच दूं और पैसे से खेलखेल में अच्छा सा खिलौना खरीद लूं। लेकिन उसने अपने दोस्त से पूछा तो उसके दोस्त ने कहा, "यह मोती अनमोल है, इसका असली मूल्य सिर्फ़ तुम्हें बता सकता है।" बच्चा मोती को खरीदने के बजाय उसे रख दिया और उसे बेचकर खिलौना खरीदा। खेलते खेलते उसने देखा कि खिलौना तोड़ गया, लेकिन मोती अब भी उसके पास है। इससे बच्चा सीखता है कि सच्चाई का मूल्य कोई पैसों में नहीं होता, बल्कि वह हमारे व्यक्तित्व में छुपा होता है।

2. सहायक सिपाही:

सहायक सिपाही:


एक बार की बात है, एक राजा के सिपाही ने देखा कि एक गरीब बूढ़े आदमी को उसके साथ अत्याचार किया जा रहा है। उसने उस बूढ़े को बचाने के लिए अपनी जान को खतरे में डाल दिया। राजा ने इसकी सराहना की और उसने उस सिपाही को एक बड़ा सम्मान दिया। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें दुसरों की मदद करना चाहिए, बिना किसी भी उम्मीद के कि हमें कुछ मिलेगा।

3. ईमानदारी का महत्व:

ईमानदारी का महत्व


एक गाँव में एक ईमानदार दूकानदार रहता था। एक बार उसकी दुकान में एक सोने का सिक्का गिर गया। जब उसने उसे उठाया, तो उसने देखा कि उसके एक पक्ष में गायब हो चुका है। दूकानदार को सोने का सिक्का लेने का मौका मिल गया, लेकिन उसने उसे वापस कर दिया। इससे लोगों को यह सिखने को मिलता है कि ईमानदारी हमारी नेकी की पहचान होती है और हमें हमेशा सही कार्य करने की प्रेरणा देती है।

4. वफादार कुत्ता

वफादार कुत्ता



एक गाँव में एक नामी शिक्षक रहता था। उसके पास एक वफादार कुत्ता था जिसका नाम टाइगर था। टाइगर बहुत ही बड़ा और शक्तिशाली कुत्ता था। उसकी नजरें और ध्यान बच्चों के सुरक्षा पर हमेशा रहती थी।

एक दिन, शिक्षक अपने छात्रों के साथ जंगल में पिकनिक पर गए। जब वे वापस लौट रहे थे, तो उन्हें एक बड़ा सांप दिखाई दिया। छात्रों ने डर से चिल्लाना शुरू किया, लेकिन टाइगर वहाँ था। वह तुरंत ही सांप के सामने आया और उसे बच्चों से दूर कर दिया। वह बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ घर ले आया।

इस घटना के बाद, सभी बच्चे टाइगर को बहुत पसंद करने लगे और उसे अपना सच्चा दोस्त मानने लगे। टाइगर ने अपनी वफादारी से बच्चों का दिल जीत लिया और उनकी सुरक्षा में हमेशा मदद की।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि वफादारी और सहायता का महत्व होता है। टाइगर ने बच्चों की सुरक्षा के लिए अपनी जान को खतरे में डाल दिया और उन्हें सुरक्षित घर तक पहुँचाया। इससे हमें यह भी सिखने को मिलता है कि हमें हमेशा अपने दोस्तों और परिवार के साथ वफादार और सहायक बनना चाहिए।

5. स्वर्ग का रास्ता-Moral Stories In Hindi For Class 4

5. स्वर्ग का रास्ता-Moral Stories In Hindi For Class 4



एक गाँव में एक बड़ा ही नीकम्मा और ईमानदार व्यक्ति रहता था। उसका नाम रामचंद्र था। रामचंद्र बहुत ही नेक और बड़े हृदयवाले थे। वह गाँव के सभी लोगों की मदद करते थे और सभी उन्हें अपने बेटे के जैसा समझते थे।

एक दिन, गाँव में बहुत तेज बारिश होने लगी। बारिश के कारण नदी का पानी उफान पर आ गया और गाँव में बाढ़ आ गई। लोगों को बचने के लिए वहाँ स्थानीय आश्रम था, जिसके पास एक पुल था। परंतु पुल बाढ़ के कारण तबाह हो गया था।

रामचंद्र ने देखा कि लोग पुल के बिना पानी के दोस्तों और परिवार के साथ पानी के पार नहीं कर पा रहे थे। वह तुरंत अपने घर से नाव लेकर आये और लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुँचाने में मदद की।

रामचंद्र की ईमानदारी, नेकी, और सहानुभूति की मदद से लोगों का जीवन बच गया। उन्होंने स्वर्ग के रास्ते को धरती पर ही बना दिया।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि नेक और ईमानदार व्यक्ति किसी भी समस्या का सामना कैसे करता है। रामचंद्र ने अपने साथी मनुष्यों की मदद की और उनकी सहायता की, जिससे उन्हें अपने कर्तव्य का पालन करने का अवसर मिला। इससे हमें यह भी सिखने को मिलता है कि हमें हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि नेक कर्म ही सच्चे स्वर्ग का रास्ता होता है।

6. सूरज और हवा – Moral Stories In Hindi For Class 4

सूरज और हवा – Moral Stories In Hindi For Class 4



एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में सूरज और हवा नामक दो अच्छे मित्र रहते थे। सूरज ने दिन के समय में अपनी गर्मी से सभी को रोशनी और ऊष्मा प्रदान की, जबकि हवा रात के समय में शांति और शीतलता लाती थी।

एक दिन, गाँव में बहुत ही गर्मी थी और सूरज की धूप सबको परेशानी दे रही थी। लोगों ने सूरज की शिकायत की और हवा से उन्हें आशा की कि वह सूरज को छुपा ले।

हवा ने यह सुनकर सूरज के पास आकर उससे कहा, "मेरे दोस्त, तुम्हें छुपा लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। तुम्हारी गर्मी की किरणें लोगों को ऊर्जा और उत्साह देती हैं।"

सूरज ने हवा की बात को सुनकर समझा और उसने आश्वस्त होकर प्रकाशमान होना जारी रखा। लोगों ने उसकी गर्मी को सहन किया और उन्हें उसकी उपस्थिति से आनंद मिला।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अपने दोस्तों और समाज के लिए उपयोगी बनना चाहिए। सूरज ने हवा के साथ मिलकर लोगों को संतोष और सुख दिया, जो हमेशा दोस्तों की मित्रता का सच्चा परिचय होता है।

7. खरगोश और कछुआ-Class 4 Hindi Moral Stories

खरगोश और कछुआ-Class 4 Hindi Moral Stories



एक जंगल में खरगोश और कछुआ नामक दो मित्र रहते थे। दोनों कभी-कभी मिलकर खेलते और मस्ती करते थे। वे अपने आप को सबसे अच्छे दोस्त मानते थे।

एक दिन, खरगोश ने कछुए से कहा, "मेरे प्यारे दोस्त, हमें साथ मिलकर एक लंबा दौड़ लगाना चाहिए।" कछुआ ने स्वीकार कर लिया और दौड़ की शुरुआत हो गई।

खरगोश ने जल्दी ही अग्रणी स्थान ले लिया, जबकि कछुआ धीरे-धीरे पीछे रह गया। खरगोश ने खुद को बहुत ही गर्वित महसूस किया और खूब मस्ती की।

धीरे-धीरे, खरगोश को अधिक तकलीफ होने लगी। वह थक चुका था और उसे आगे बढ़ने की कोई इच्छा नहीं थी। इसके बावजूद, कछुआ ने अपनी धीरज और स्थिरता से दौड़ जारी रखी।

आखिरकार, धीरे-धीरे, कछुआ ने खरगोश को पीछे छोड़ दिया और दौड़ जीत ली। खरगोश ने खुद को गर्व महसूस करते हुए सोचा, "दोस्त, तुमने इस दौड़ में मुझसे ज्यादा स्थिरता और धैर्य दिखाया।"

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अपनी स्थिरता और धैर्य को कभी नहीं खोना चाहिए। कछुआ ने अपनी स्थिरता से खरगोश को पीछे छोड़ दिया, जो हमें यह बात याद दिलाता है कि जीवन में सफलता पाने के लिए हमें सही दिशा और स्थिरता का पालन करना चाहिए।

8. पेंसिल की कहानी-Class 4 CBSE Hindi Moral Stories

पेंसिल की कहानी-Class 4 CBSE Hindi Moral Stories



एक बार की बात है, गहरे जंगल में एक पेंसिल नामक छोटी सी लकड़ी की खान थी। वह अपने आप में बहुत ही गरीब और नीच क्षमताओं की थी। लेकिन उसमें एक अद्वितीय गुण था - वह अपने बच्चों के लिए हमेशा अपनी सीमाओं को पार करने की कोशिश करती थी।

पेंसिल के पास केवल एक लाल रंग की पॉइंट थी, जिसकी मदद से वह अपने बच्चों की उच्चतम गति में लिखने की कोशिश करती थी। यह उसके लिए बहुत मुश्किल था, लेकिन वह हमेशा प्रयास करती रहती थी।

एक दिन, एक विद्यालय में पेंसिल की खान ने बच्चों को एक बड़ा सबक सिखाया। बच्चों ने देखा कि पेंसिल के बारे में कोई भी खान नहीं गया, लेकिन उसने उन्हें एक महत्वपूर्ण सिखाया - वो हमेशा प्रयास करना चाहिए, चाहे जीवन में कितनी भी मुश्किलें क्यों ना हों।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में हमेशा प्रयास करना चाहिए, चाहे हमारी स्थिति जैसी भी हो। पेंसिल की खान ने हमें यह सिखाया कि हमें हमेशा आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए, चाहे हमारी सीमाओं कितनी भी कठिनाई हो।

9. चतुर मछुआरा-Class 4 Hindi Moral Stories

चतुर मछुआरा-Class 4 Hindi Moral Stories



एक समय की बात है, एक सुंदर झील में एक चतुर मछुआरा रहता था। वह बहुत ही बुद्धिमान और होशियार था। वह अपनी झील के सभी मछुआरों का सर्वश्रेष्ठ मित्र था।

एक दिन, झील के पास एक शिकारी आया और अपनी जाली जाल से मछुओं को पकड़ने लगा। मछुआरा ने जल्दी समझ लिया कि वह भी जाल में फंस जाएगा। उसने फिर अपनी बुद्धिमत्ता का प्रयोग किया और एक उच्चारण धारण कर ली।

मछुआरा ने जाल में फंसने के बाद शिकारी से बातचीत की और उसे विचारशीलता और बुद्धिमत्ता के साथ सभी मछुओं को छोड़ देने के लिए कहा। शिकारी ने उसकी बात मान ली और उसे छोड़ दिया।

मछुआरा ने देखा कि उसका योजना कामयाब हुआ और वह और सभी मछुओं ने जाल से बाहर आ गए। इस घटना ने उसकी बुद्धिमत्ता की महत्ता को साबित किया।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें हमेशा समस्याओं का सामना करते समय बुद्धिमत्ता और विवेकपूर्ण निर्णय लेने की कोशिश करनी चाहिए। चतुर मछुआरा ने अपनी बुद्धिमत्ता से अपने और अपने साथियों को खतरे से बचाया, जो हमें यह बात याद दिलाता है कि हमें हमेशा होशियारी से काम लेनी चाहिए।

10. चोकलेटी पेड़-Hindi Story For Class 4


एक गाँव में एक खास प्रकार का पेड़ था, जिसे लोग 'चोकलेटी पेड़' कहते थे। यह पेड़ अनूठी शक्ति रखता था। इस पेड़ के फल मिठाई के समान मीठे और स्वादिष्ट होते थे।

एक बार, गाँव के निवासी ने चोकलेटी पेड़ का फायदा उठाने का निर्णय किया। वह अधिक फल प्राप्त करने के लिए पेड़ को काटने की योजना बनाया।

चोकलेटी पेड़ ने उनकी योजना का अनुरोध किया, "कृपया मुझे काटने मत दीजिए, मैं आपको बहुत सारे मीठे फल दे सकता हूँ।" लेकिन वे व्यक्ति अपनी योजना पर अटल रहे और पेड़ को काट डाला।

कुछ दिनों बाद, वे इस पेड़ के फल का आनंद उठाने के लिए उसी स्थान पर गए, लेकिन वहाँ कोई पेड़ नहीं था। उन्हें पछतावा होता और उन्हें अपने निर्णय का पछतावा होता है।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें लालच में नहीं पड़ना चाहिए और हमें उसकी मूल्यांकन करनी चाहिए जो हमारे पास है। चोकलेटी पेड़ ने उन लोगों को धिक्कार दिया जो लालच में अपने ही फायदे के लिए पेड़ को काट डालते हैं।

Why the Hindi Storytelling Competition Matters:


Bacchon ki bhasha gyan aur samajh mein vruddhi hoti hai.
Unka vichar vyakt karne ki kshamata viksit hoti hai.
Sahajta se shabdon ka prayog karke unka abhivyakti shaili viksit hoti hai.
Kahaniyon ke madhyam se sanskriti aur moolyon ka prachar hota hai.

Key Elements of a Successful Hindi Storytelling Competition:


Vishay chayan: Bacchon ko vishay chayan mein swatantra chhodna chahiye, taki unka rujhan aur ruchi badh sake.
Moral ya Sandesh: Har kahani mein ek sandesh ya seekh honi chahiye, jo bacchon ke manasik vikas mein madad kare.
Vyaktitva Pradarshan: Bacchon ko apne vyaktitva ko pradarshit karne ka avasar milna chahiye, taki ve atma vishwas mein vruddhi kar sakein.
Samay niyamit: Pratiyogita ka samay aur tithi niyamit hona chahiye, taki bacchon ki taiyari bhi sahi tarah se ho sake.
Representative Hindi Storybooks for Class 4:

"Hindi Bal Sahitya" by Manorama
Pros: Yeh pustak bacchon ke liye sahaj aur vyavsayik kahaniyan pradan karti hai.
Cons: Kuch kahaniyon ki bhasha thodi kathin ho sakti hai.
"Bachchon ki Hindi Kahaniyan" by Pustak Mahal
Pros: Ismein sundar aur shikshaprad kahaniyan hain jo bacchon ko ruchi aur samajh dono mein sahayak hoti hain.
Cons: Thoda saadharn shaili ka upayog kiya gaya hai.
"Hindi Kahani Sangrah" by NCERT
Pros: Is pustak mein pratyek kahani ke saath ek vichar aur samajik sandesh juda hua hai.
Cons: Kuch kahaniyan bahut lambi ho sakti hain, jo bacchon ki dhyan kam kar sakti hain.

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FAQ-Hindi Story Telling Competition For Class 4 कक्षा 4 के लिए हिंदी में नैतिक कहानियाँ

Q1: कक्षा 4 के लिए हिंदी कहानी की प्रतियोगिता क्या है?

A1: कक्षा 4 के छात्रों के लिए हिंदी कहानी की प्रतियोगिता एक ऐसा आयोजन है जिसमें छात्रों को एक विशेष विषय पर कहानी कहने का मौका मिलता है।

Q2: हिंदी कहानी सुनाने के लिए क्या प्राथमिक आवश्यकताएँ होती हैं?

A2: हिंदी कहानी सुनाने के लिए प्राथमिक आवश्यकताएँ शामिल हैं - उच्च स्तर की पाठ्यपुस्तकों से परिचिति, अच्छा भाषा और उच्च स्तर की उच्चारण क्षमता।

Q3: कक्षा 4 के छात्रों के लिए हिंदी कहानी की प्रतियोगिता में कौन-कौन सहभागी हो सकते हैं?

A3: कक्षा 4 के छात्रों के लिए हिंदी कहानी की प्रतियोगिता में सभी कक्षा 4 के छात्र सहभागी हो सकते हैं।

Q4: प्रतियोगिता में विजेता बनने के लिए क्या पुरस्कार हैं?

A4: प्रतियोगिता में विजेता बनने के लिए विभिन्न पुरस्कार जैसे कि प्रमाण पत्र, पुरस्कार और प्रोत्साहन होता है।

Q5: हिंदी कहानी की प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कैसे रजिस्टर करें?

A5: हिंदी कहानी की प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए रजिस्टर करने के लिए आपको स्कूल के संबंधित विभाग से संपर्क करना होगा।

Conclusion:
Toh dosto, is blog post mein humne dekha ki Hindi Story Telling Competition For Class 4 ke bacchon ke liye kyun mahatvapurna hai aur kis tarah se is pratiyogita ko safalta prapt karne ke liye kuch mahatvapurna tatv hain. Is pratiyogita mein bhag lene se bacchon ki bhasha gyan, vyaktitva vikas, aur sanskritik samajh mein vruddhi hoti hai. Hamari sahayak pustaken bhi is pratiyogita ki taiyari mein madadgar sabit ho sakti hain. Hum asha karte hain ki yeh jaankari aapko sahayak hogi aur aap apne bacchon ko is pratiyogita mein bhaag lene ke liye prerit karenge. Dhanyawad!
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