Mukhyamantri Pak Sangrah Yojana 2025 | मुख्यमंत्री पाक संग्रह योजना ऑनलाइन आवेदन
कभी सोचा है कि मेहनत की कमाई अगर अचानक बारिश या तूफ़ान में बह जाए तो कैसा लगेगा? किसान भाई-बहनों के लिए यही दर्द सालों से हकीकत रहा है। खेत में पसीने से सींची फसल, जब मंडी तक पहुँचने से पहले ही खराब हो जाए, तो न केवल मेहनत बर्बाद होती है बल्कि पूरे परिवार की आर्थिक स्थिति भी डगमगाने लगती है। इसी समस्या का समाधान लेकर आई है Mukhyamantri Pak Sangrah Yojana 2025। यह योजना किसानों के लिए वैसे ही है जैसे किसी घर के लिए तिजोरी – जहाँ अनमोल चीजें सुरक्षित रखी जाती हैं। यहाँ फसल सुरक्षित होगी, और किसान चैन की नींद सो पाएंगे।
Mukhyamantri Pak Sangrah Yojana क्या है?
सरकार द्वारा शुरू की गई यह योजना किसानों को गोडाउन बनाने के लिए आर्थिक सहायता देती है। पहले तक गोडाउन निर्माण पर ₹75,000 की सब्सिडी मिलती थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर ₹1,00,000 कर दिया गया है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसान अपनी उपज को खेत पर ही सुरक्षित रख सकें और मंडी में सही समय पर, अच्छे दाम पर बेच सकें।
संक्षेप में योजना:
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गोडाउन बनाने के लिए ₹1,00,000 तक की सहायता।
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खर्च का 50% या ₹1,00,000 – जो कम हो, वह मिलेगा।
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आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन iKhedut Portal पर।
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आवेदन तिथि: 21 जून 2025 से 20 जुलाई 2025 तक।
किसानों के लिए यह योजना क्यों ज़रूरी है?
ज़रा सोचिए, आप बाजार से आलू खरीदकर घर में बिना फ्रिज रख दें। दो-चार दिन में आलू अंकुरित हो जाएंगे या सड़ जाएंगे। यही हाल किसान की उपज का होता है जब उसे सुरक्षित रखने का कोई ठिकाना नहीं होता।
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मौसम की मार → अचानक बारिश, ओलावृष्टि, तेज़ गर्मी।
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मंडी में उचित दाम न मिलना → फसल को रोककर रखना ज़रूरी।
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भंडारण की कमी → फसल जल्दी खराब हो जाती है।
Mukhyamantri Pak Sangrah Yojana किसानों को यह सुविधा देती है कि वे अपनी ही ज़मीन पर गोडाउन बना सकें और उपज को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकें।
योजना का उद्देश्य (Objectives)
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किसानों को भंडारण की सुविधा देना।
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नुकसान को कम करके आर्थिक स्थिरता देना।
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किसानों को अपनी उपज को बेहतर दाम पर बेचने का मौका देना।
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ग्रामीण क्षेत्रों में गोडाउन निर्माण को प्रोत्साहन देना।
कौन कर सकता है आवेदन? (Eligibility)
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राज्य का कोई भी जमीन धारक किसान।
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8-A खाते वाले किसान।
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एक खाते पर सिर्फ एक बार लाभ मिलेगा।
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अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, दिव्यांग और सामान्य सभी किसान पात्र।
कितनी मिलेगी सहायता (Subsidy)?
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कुल खर्च का 50% या ₹1,00,000 – जो भी कम हो।
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सब्सिडी सीधे किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर होगी।
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अगर किसान बिल पेश न कर पाए तो स्व-घोषणापत्र मान्य होगा।
गोडाउन बनाने के नियम (Specifications)
सरकार ने कुछ मानक तय किए हैं ताकि गोडाउन मजबूत और सुरक्षित बने:
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न्यूनतम क्षेत्रफल: 330 वर्ग फुट।
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प्लिंथ: जमीन से 2 फीट ऊँचा।
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ऊँचाई: छत तक लगभग 12 फीट।
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सामग्री: GI शीट/सीमेंट की छत (RCC छत किसान अपने खर्चे पर बना सकते हैं)।
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दरवाज़ा और खिड़की: कम से कम 1-1 होना आवश्यक।
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300 वर्ग फुट से कम का गोडाउन सहायता के लिए मान्य नहीं।
आवेदन प्रक्रिया (How to Apply Online)
योजना का आवेदन करना उतना मुश्किल नहीं जितना लगता है। बस कुछ स्टेप्स फॉलो करने होंगे:
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iKhedut Portal (ikhedut.gujarat.gov.in) पर जाएं।
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"योजनाएँ" सेक्शन में जाएं।
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कृषि योजनाएँ → पाक संग्रह संरचना (गोडाउन) योजना चुनें।
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"Apply Online" पर क्लिक करें।
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रजिस्ट्रेशन पूरा करें (अगर पहले से नहीं है)।
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अपनी सारी जानकारी भरें और डॉक्यूमेंट अपलोड करें।
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आवेदन सबमिट करने के बाद Application Number नोट कर लें।
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आवेदन की प्रिंट निकालकर सुरक्षित रखें।
ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स
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आधार कार्ड
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बैंक पासबुक
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जमीन का 8-A खाता
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जाति प्रमाण पत्र (अगर लागू हो)
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रेशन कार्ड
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बंधपत्र (संयुक्त खाते पर)
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गोडाउन निर्माण से जुड़े प्रमाण
आवेदन की स्थिति कैसे जांचें? (Status Check)
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iKhedut Portal पर जाएं।
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"योजना स्थिति" पर क्लिक करें।
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आवेदन नंबर डालें।
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स्क्रीन पर आपको आपका स्टेटस दिख जाएगा।
किसान भाइयों के लिए फायदे (Benefits for Farmers)
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फसल का सुरक्षित भंडारण।
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बाजार में अच्छे दाम मिलने तक फसल रोकने की सुविधा।
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अचानक मौसम की मार से बचाव।
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बिचौलियों पर निर्भरता कम।
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आर्थिक नुकसान से राहत।
व्यक्तिगत अनुभव और तुलना
गांव के किसान रमेशभाई बताते हैं – "पहले हम मक्का की फसल तुरंत बेच देते थे, चाहे दाम कम ही क्यों न हो। लेकिन पिछले साल जब गोडाउन बनाया, तो हमने दो महीने तक फसल रखी और फिर अच्छे दाम पर बेची। इससे लगभग ₹30,000 का फायदा हुआ।"
यह योजना किसानों के लिए वैसे ही है जैसे बैंक अकाउंट – जहाँ पैसे सुरक्षित रहते हैं, और सही वक्त पर निकाले जा सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. Mukhyamantri Pak Sangrah Yojana में कितनी सहायता मिलेगी?
👉 कुल खर्च का 50% या ₹1,00,000 तक।
Q2. क्या सभी किसान आवेदन कर सकते हैं?
👉 हाँ, राज्य के सभी जमीन धारक किसान पात्र हैं।
Q3. आवेदन कहाँ से होगा?
👉 iKhedut Portal (ikhedut.gujarat.gov.in) से।
Q4. क्या गोडाउन का साइज फिक्स है?
👉 हाँ, कम से कम 330 वर्ग फुट होना ज़रूरी है।
Q5. सब्सिडी कब मिलेगी?
👉 गोडाउन निर्माण पूरा होने और चकासनी के बाद सीधे खाते में।
निष्कर्ष
Mukhyamantri Pak Sangrah Yojana 2025 किसानों के लिए सचमुच "अन्न का बीमा" है। जिस तरह हम घर में सोना तिजोरी में रखते हैं, उसी तरह यह योजना फसल को सुरक्षित रखने का साधन देती है।
अगर आप किसान हैं, तो इस योजना का लाभ ज़रूर उठाइए। इससे न केवल फसल सुरक्षित रहेगी, बल्कि आपको सही समय पर सही दाम भी मिलेगा।
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